उजड़े चमन के धूल के फूल Submitted by Gajendra on Sun, 07/26/2020 - 18:51 बरेली-रामपुर राजमार्ग और उस पर स्वालेनगर से परसाखेड़ा तक छोटी-बड़ी फैक्ट्रियों का अनवरत सिलसिला। वक्त के साथ कुछ पर ताले लग गए तो कुछ नए प्लांट खड़े हो गए। गोया किस्से ही किस्से जो खत्म होने का नाम ही नहीं लेते।Tags: अड्डेबाजगजेंद्र त्रिपाठी का ब्लॉगउजड़े चमन के धूल के फूलगजेंद्र त्रिपाठी-अड्डेबाज