रामधारी सिंह दिनकर : विद्रोही कवि जो बन गया राष्ट्र कवि
Submitted by Gajendra on Thu, 09/23/2021 - 10:28- जयन्ती 23 सितम्बर पर विशेष
कुरुक्षेत्र एवं उर्वशी जैसी कालजयी कृतियों के रचयिता रामधारी सिंह दिनकर हिन्दी साहित्य के एक जाज्वल्यमान नक्षत्र हैं और उनका यश कभी मद्धम नहीं होगा। स्वंत्रता से पहले वह एक विद्रोही कवि के रूप में जाने जाते थे। स्वतंत्रता के बाद उनको राष्ट्र कवि के रूप में पहचान मिली। वे एक ख्यातिलब्ध लेखक, ओजस्वी कवि एवं सफ़ल निबन्धकार थे। उनकी रचनाएं हिन्दी साहित्य की अनमोल धरोहर हैं। द्वापर युग की ऐतिहासिक घटना महाभारत पर आधारित उनके प्रबन्ध काव्य कुरुक्षेत्र को विश्व के 100 सर्वश्रेष्ठ काव्यों में 74वाँ स्थान दिया गया है।