बनैला संपादक Submitted by Gajendra on Tue, 07/28/2020 - 19:30 आया था वह नया संपादक दिल्ली से वाया लखनऊ- कार से उसके आने से पहले ही पहुंच चुकी थी उसके किस्सों की फेहरिस्त और वह लिस्ट भी कि किस-किस की बिगाड़ेगा वह ताकि फैल सके आतंक और स्थापित हो सके एकछत्र साम्राज्य।Tags: बनैला संपादकगजेन्द्र त्रिपाठी की कविता बनैला संपादकगजेन्द्र त्रिपाठी की कवितागजेन्द्र त्रिपाठी की कविता- बनैला संपादक